साउथ इंडिया की 10 बड़ी जासूसी और मनोवैज्ञानिक थ्रिलर फिल्में – south india ki 10 badi jasusi aur manovigyanik thriller films
अगर आपने साउथ की कुछ फिल्में भी देखी है तो आप यह अच्छे से जानते होंगे की साउथ इंडिया की फिल्मो की कहानियों का लेवल काफी आगे निकल चूका है क्यूंकि जहाँ पर बॉलीवुड वाले सोचना बंद कर देते हैं वहीँ से साउथ इंडिया फिल्म के लेखक सोचना चालू करते हैं। ऐसा इसलिए नहीं बॉलीवुड में अच्छी नहीं बनती बल्कि ऐसा इसलिए है क्यूंकि काफी समय से साउथ इंडिया एक से बढ़कर एक मनोवैज्ञानिक थ्रिलर, जासूसी और क्राइम इन्वेस्टीगेशन फिल्में (manovigyanik thriller, jasusi aur crime investigation films) बना रहा है जोकि आपको यूट्यूब पर फ्री में देखने को मिल जाएँगी।
जब से यूट्यूब पर हिंदी में डब फिल्में देखने को मिल रही हैं तबसे नार्थ इंडिया भी साउथ की इन बेहतरीन फिल्मों का आनंद उठा रहा है और काफी ज्यादा बेताब रहता है की साउथ इंडिया की कोई भी फिल्म हिंदी या अपनी भाषा में रिलीज़ हो ताकि उस फिल्म का आनंद उठा सकें। लेकिन हर फिल्म इंडस्ट्री के कुछ अच्छी बातें होती है तो कुछ कमी भी जैसे साउथ इंडिया की ज्यादातर फिल्मों में कहानियां तो अच्छी तो होती है मगर वह बड़े बजट न होने के कारण बहुत से दर्शकों के पास नहीं पहुँच पाती है।
साउथ फिल्म इंडस्ट्री की बात करें तो इसमें आपको तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम की फिल्म आती है जिससे इस इंडस्ट्री फैन काफी ज्यादा है और इनके पास बेहतरीन फिल्मों का खजाना है। आज हम कुछ ऐसी ही बेहतरीन 10 बड़ी जासूसी और मनोवैज्ञानिक थ्रिलर फिल्में (10 badi jasusi aur manovigyanik thriller films) आपके लिए लेकर आये हैं।
10 – साइको (psycho)
साइको फिल्म का रिव्यु, कहानी, रेटिंग – psycho film ka review, kahani, rating

डायरेक्टर मिस्किन को जाना जाता है अपने यूनिक कांसेप्ट को लेकर फिल्म बनाने के लिए इसलिए आप यह मत सोचियेगा की यह विंटेज साइको (psycho) फिल्म का रीमेक है। इस फिल्म की कहानी अपने आप ही आपको अलग दुनिया में लेकर जाती है जहाँ एक साइको खुनी एक लड़की का सर काटकर उसका खून कर देता है। इसके बाद होती है एंट्री हमारे हीरो गौतम (उधयनिधि स्टालिन) की जोकि एक अंधे म्यूजिशियन का किरदार निभा रहे हैं। फिल्म की खासियत है इसका स्क्रीनप्ले जिसमे आपको किरदार के बारे में अंदाज़ा लगाना मुश्किल हो जायेगा की वह आगे क्या करने वाला है, बढ़िया डार्क और ग्रे डायरेक्शन और अंत में आने वाला क्लाइमेक्स जोकि आपको चौकाने की क्षमता रखता है।
साइको फिल्म की रेटिंग: 7.4/10
9 – डबल अटैक (double attack)
डबल अटैक फिल्म का रिव्यु, कहानी, रेटिंग – double attack film ka review, kahani, rating

2015 में रिलीज़ यह फिल्म साइंस के जॉनर ऊपर है जिसमे एक पागल साइंटिस्ट अपने एक्सपेरिमेंट के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। इसका यह एक्सपेरिमेंट नैतिक रूप से सही नहीं होता है इसलिए वह इन सब के लिए लोकल पॉलिटिक्स का सहारा लेता है और हर बार पुलिस की पकड़ से बच जाता है। अब यह केस आता है आईपीएस अफसर जयाम रवि के पास जोकि अपने दोस्तों के सांथ इस साइंटिस्ट के जुर्म से पर्दा उठाने में लग जाता है। डायरेक्टर मोहन राजा द्वारा निर्मित इस फिल्म में आपको एक्शन और अच्छे स्क्रीनप्ले का जूस मिलता है जोकि आपको अंत तक बांधे रखता है।
डबल अटैक फिल्म की रेटिंग: 7.6/10
8 – अभय (abhay)
अभय फिल्म का रिव्यु, कहानी, रेटिंग – abhay film ka review, kahani, rating

कमल हसन को अगर साउथ फिल्म इंडस्ट्री के श्रीमान परफेक्ट के रूप में जाना जाता है क्यूंकि उनकी हर फिल्म को लेकर उनकी पसंद और उनका अभिनय करने का अंदाज़ हमेशा से अलग रहा है बिलकुल आमिर खान की तरह। यह फिल्म आधारित है दो सगे भाइयों के ऊपर जिनकी माँ का देहांत बचपन में ही हो जाता है फिर उनकी सौतेली माँ उन्हें काफी परेशान करती है जिसके कारण अभय काफी ज्यादा हिसंक बन जाता है लेकिन फिर नंदू फिर भी अपने भाई का सांथ देता रहता है। कहानी का असली पड़ाव तब आता है जब अभय को नंदू की मंगेतर में अपनी सौतेली माँ की झलक दिखने लग जाती है और वह उसे मारने की जिद पर अड़ जाता है। अब नंदू अपने भाई को सुधर पायेगा और अपनी मंगेतर को बचा पायेगा एहि फिल्म की कहानी है।
डायरेक्टर सुरेश कृष्णा की तारीफ बेशक उस समय बहुत ही कम लोगो ने की हो लेकिन इस फिल्म के चाहने वालों में हॉलीवुड के कई बड़े डायरेक्टर्स भी थे और आज इस फिल्म की तारीफ हर कोई करता है।
अभय फिल्म की रेटिंग: 7.2/10
7 – डैशिंग डिटेक्टिव (dashing detective)
डैशिंग डिटेक्टिव फिल्म का रिव्यु, कहानी, रेटिंग – dashing detective film ka review, kahani, rating

डायरेक्टर मिस्किन को साउथ इंडस्ट्री में एक से बढ़कर एक सस्पेंस फिल्म बनाने का अनुभव जोकि बॉक्स ऑफिस पर काफी धमाल मचाती है। डैशिंग डिटेक्टिव भी एक क्राइम इन्वेस्टीगेशन पर आधारित फिल्म है जिसका स्क्रीनप्ले इतना अच्छा है की आप अपने आपको फिल्म में शुरू के 15 मिनट में ही खोया हुआ पाओगे। जैसे ही कहानी आगे बढ़ती है आपका रोमांच फिल्म के लिए और अधिक बढ़ता जायेगा जिसके लिए फिल्म के डायरेक्शन की तारीफ जरूर होनी चाहिए। सभी कलाकारों द्वारा की गयी दमदार एक्टिंग, एक्शन और एक तेज़ डिटेक्टिव के जूनून को देखकर आप इस फिल्म को जरूर पसंद करेंगे।
डैशिंग डिटेक्टिव फिल्म की रेटिंग: 7.6/10
6 – इरुम्बु थिराई (Irumbu thirai)
इरुम्बु थिराई फिल्म का रिव्यु, कहानी, रेटिंग – Irumbu thirai film ka review, kahani, rating

आज के समय में डिजिटल प्लेटफार्म ने जिनगी को जितना आसान कर दिया है उतना ही आसान हो गया है डिजिटल चोरो का लोगो को लूटने का तरीका। आम आदमी जीवन में पैसे जोड़ता है मगर यह चोर सिर्फ कुछ ही मिंटो में आपका सारा पैसा उड़ा लेते हैं और आपको छोड़ देते हैं जिंदगी के अंधकार में। कुछ ऐसे सामाजिक परेशानी के विषय को लेकर बनाई गयी है यह फिल्म जहाँ एक आर्मी जवान के पैसे को कोई किस तरह से चोरी कर लेता है और फिर आर्मी जवान को कितनी परेशानी आती है उस चोर को पकड़ने में यही फिल्म की कहानी है।
यह ऐसी फिल्म है जहाँ आप उस बेबस इंसान में अपने आपको महसूस करेंगे और जरूर सोचने पर मजबूर हो जायेंगे की यह सब आपके सांथ हो गया तब क्या होगा। मिथरन का कमाल का डायरेक्शन आपको ऐसी दुनिया में लेकर जायेगा जहाँ यह चोर कितने ताकतवर हैं और बाकि लोग कितने बेबस।
इरुम्बु थिराई फिल्म की रेटिंग: 7.7/10
5 – गुडाचारी (Goodachari)
गुडाचारी फिल्म का रिव्यु, कहानी, रेटिंग – Goodachari film ka review, kahani, rating

इस फिल्म के टक्कर की फिल्म अभी शायद बॉलीवुड में भी नहीं बनी होगी क्यूंकि इस फिल्म की कहानी आपको अंत तक बाँध कर रखती है और इसका क्लाइमेक्स जब खुलता है तो आपको भी यकीन नहीं आएगा। फिल्म की कहानी आधारित है एक इंडियन सीक्रेट एजेंट के ऊपर जिसके ऊपर गदार होने का शक होता है लेकिन यह सीक्रेट एजेंट अपने आपको बेकसूर साबित करने में लग जाता है और एक के बाद एक खुलासे करता चला जाता है। फिल्म में बहुत सारे काले सच भी आपको देखने को मिलने वाले हैं जिसे बहुत से लोग जानते हुए भी अनजान बनने का ढोंग करते हैं इसलिए आपको यह फिल्म देखकर मजा आएगा। फिल्म का डायरेक्शन, स्क्रीनप्ले और एक्शन आपको हमेशा जोश और सस्पेंस में बाँधें रखता है।
गुडाचारी फिल्म की रेटिंग: 7.8/10
4 – मेमोरीज (Memories)
मेमोरीज फिल्म का रिव्यु, कहानी, रेटिंग – Memories film ka review, kahani, rating

फिल्म में आपको नज़र आएंगे मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के सबसे कामयाब कलाकार पृथवीराज जोकि इसमें पुलिस अफसर के रूप में नज़र आने वाले हैं। जोकि अपने परिवार को खो चूका है और इस गम को भुलाने के चक्कर में वह शराबी बनता चला जाता है। लेकिन कहानी का मोड़ आता है जहाँ सेहर में एक बाद एक खून होते हैं और उन खून का पैटर्न हीरो के परिवार की मौत की तरह होता है। अब इस खुनी को पकड़ना हीरो के लिए एक चैलेंज बन जाता है जिसे वह हर हाल में पूरा करना चाहता है। फिल्म का म्यूजिक, डायरेक्शन और क्लाइमेक्स सच में आपके मनोरंजन का पूरा प्रबंध करके रखते हैं जिससे आप जरा भी बोर न हों।
अभय फिल्म की रेटिंग: 8/10
3 – यूटर्न (uturn)
यूटर्न फिल्म का रिव्यु, कहानी, रेटिंग – uturn film ka review, kahani, rating

फिल्म के डायरेक्टर पवन कुमार के एक और बेहतरीन फिल्म यूटर्न का यूनिक कांसेप्ट आपको शुरू में ही फिल्म से जोड़ लेगा। शहर में हो रहे कुछ खून जिसमे कुछ पैटर्न एक ही तरीके के होने के कारण इसका शक एक रिपोर्टर के ऊपर आ जाता है जोकि इस इन खून के मकसद और खुनी को पकड़ने में लगी हुई है। आखिर में राज़ खुलता है एक पुल का जोकि भूतिया है और वह क्यों यह सब खून कर रही है यह जानकार सच में आप भी काफी भावनातमक हो जायेगे और अपने आप से सवाल पूछने पर मजबूर हो जायेंगे।
फिल्म का शुरू में सस्पेंस फिर हॉरर अंत में कमाल का क्लाइमेक्स आपको फिल्म के बढ़िया डायरेक्शन का सबूत देता है।
यूटर्न फिल्म की रेटिंग: 7.6/10
2 – रत्सासन (Ratsasan)
रत्सासन फिल्म का रिव्यु, कहानी, रेटिंग – Ratsasan film ka review, kahani, rating

अगर आपने साउथ इंडस्ट्री के टैलेंट को अभी तलक नहीं पहचाना है तो इस फिल्म को देखने के बाद आप इनके काम की तारीफ करते थकोगे नहीं क्यूंकि यह फिल्म आपको वह क्या फिल्म है कहने पर मजबूर कर देगी। फिल्म में एक लेखक अपनी मजबूरी के कारण पुलिस में भर्ती हो जाता है लेकिन सीनियर अफसर के दबाव को हमेशा झेलता रहता है। इस बीच शहर में हो रहे बच्चियों के खून की जांच वह करने लग जाता है और उसे झटका तब लगता है जब उसकी भांजी का खून हो जाता है।
फिल्म का संगीत, स्क्रीनप्ले, बढ़िया डायरेक्शन और कमाल की अदाकारी आपको आखिर तक सोचने के लिए मजबूर कर देती है। सबसे कमाल की बात यह है की फिल्म में मुख्य कातिल का एक भी डायलॉग नहीं है और उनका रोल भी आधी फिल्म से चालू होता है लेकिन फिर आप उनके दीवाने बन जायेंगे।
रत्सासन फिल्म की रेटिंग: 8.6/10
1 – एजेंट साई श्रीनिवास अथरेया (agent sai athreya)

सच कहूं तो में दुसरे और पहले नंबर की फिल्म में कौन सबसे अच्छी है यही काफी देर तक सोच रहा था लेकिन इस फिल्म का क्लाइमेक्स अब तलक की सभी फिल्मों हटके था जोकि एक सामाजिक सन्देश भी देता है इसलिए हमने इसे नंबर 1 पर रखा है। फिल्म एक जासूस के ऊपर है जोकि काफी तेज़ है और शेरलॉक को अपना आदर्श मानता है लेकिन उसे बड़ा केस नहीं मिलता है। जब उसे एक केस मिलता है तो वह उसकी खोज करने के दौरान अपने आपको उस केस में फंसा हुआ पता है अब कैसे वह अपने आप को बेगुनाह साबित करते हुए शहर में हो रहे खून का पता लगता है यही फिल्म की कहानी है।
फिल्म में आपको साधारण सा एक्शन लेकिन दमदार एक्टिंग, बढ़िया डायरेक्शन और फिल्म से जोड़े रखने वाला स्क्रीनप्ले मिलेगा। इस फिल्म को लेकर आपको कहीं से भी ख़राब रिव्यु नहीं मिलेंगे क्यूंकि डायरेक्टर ने इसकी कमजोरियों पर आपका ध्यान न जाये इसका पूरा ध्यान रखा है।
इस लिस्ट में अभी भी बहुत सारी कमाल की फिल्में हमने नहीं ली हैं लेकिन हमारी कोशिश रहेगी की आपको आगे भी इस तरह की क्राइम, सस्पेंस, डिटेक्टिव के जॉनर वाली फिल्में लेकर आएं और उसमे उन फिल्मों को रखें।
एजेंट साई श्रीनिवास अथरेया फिल्म की रेटिंग: 8.4/10
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